👉👉Watch Video Hare 👈👈
अतुल सुभाष, 34 साल का व्यक्ति जिसने 2019 में शादी की। डेढ़ घंटे का एक वीडियो बनाकर इस दुनिया से अलविदा कह गया।
23 से अधिक पन्नों का एक नोट दे गया। और इस नोट को पढ़ने के बाद या इस वीडियो को देखने के बाद यह अहसास होता है कि इस व्यक्ति ने कितनी यातना सही होगी। भावनात्मक तौर पर कितने दर्द से गुजरा होगा। और न्याय व्यवस्था और अपनी ही जीवन साथी की यातना से कैसे तंग आकर उसने उस रास्ते की चुना। जहां पर खुशी गम दर्द के मायने खत्म हो जाते हैं।
ये केश आज किसी महिला या पुरुष होने के नाते मत देखिए बल्कि सिर्फ इंसान होने के नाते देखिए।
और इस केस में जो नोट गया है उसका एक हिस्सा मैं आपको पढ़के सुनाता हूं। इनकी बीबी और सांस की तरफ से ये पूछा गया कि तूने अभी तक सु*ड नहीं कि। जज से तूने कहा था।
तो हसबैंड उनसे कहता है कि अगर मैंने कर लिया होता तो तुम्हारी पार्टी कैसे चलती? जवाब आता है कि चलेगी तब भी चलेगी, तू जाएगा तो तेरी प्रॉपर्टी बीबी होने के नाते मेरी ही जायेगी। फिर तेरे मां बाप जायेगें। बहु होने के नाते मिल जाएगी और जब तक तुम सब जिंदा रहेंगे तब तक तुम कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाते रहोगे।
अतुल और उसकी सास और पत्नि के बीच की चर्चा जो है। ये आपको। एहसास दिलाती है कि कमजोरो को अगर ताकत दे दो तो वो भी हैवान बन जाते हैं। और भारत के कानून ने इस देश की महिलाओं को इतनी ताकत दे दी है,कि जिसका नाजायज फायदा हर रोज उठाया जाता है। ये तमाम पुलिस अधिकारियों ने भी लिखा कि-
This part of our legal system needs a complete overall हमारी कानूनी प्रणाली के इस हिस्से को सम्पूर्ण समग्रता की आवश्यकता है।
एक नए सिरे से इसकी शुरुआत होनी चाहिए, सोचना चाहिए क्योंकि न जाने कितने ऐसे innocent man हैं, मासूम लोग हैं।
उनके परिवार, उन लड़कों को टॉर्चर किया जाता है। अतुल सुभाष का डेढ़ घंटे का ये वीडियो, उसके आखिरी महीने का संघर्ष ... डराने वाले,और उससे भी डराने वाला है न्यायिक व्यवस्था ,
जज साहिबा से वो कहता है कि मैडम देखिए ये लोग मुझसे मेरी औकात से ज्यादा मांग रहे हैं, मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं बचा है।
जवाब आता है, तो कर क्यों नहीं लेते।
जज साहिबा कहती हैं कि 5 लाख रुपया मुझको दे दो मैं सेटल करवा दूंगी और तीन करोड़ उसको दे दो।
लोग कह रहे हैं की कोई इतना Inhuman कैसे हो सकता है। जज और उसकी बीवी इन दिनों को इस केस में भागीदार करना चाहिए। वैसे भी इस समय इस देश में एक नया सिस्टम चला है।
शादी करो, कुछ समय साथ रहो , फिर तलाक के नाम पर लाखों रूपए मांगे और एक व्यक्ति का जीवन बर्बाद कर दो। ये बिजनेस मॉडल आजकल बहुत तेजी से फैल रहा है। बहुत तेज़ी से। डेढ़ घंटे का ये वीडियो है अतुल का। और बार बार कह रहा हूं, कितनी यातना कितना दर्द इसने सहा होगा। इस वीडियो में आपकी देखकर समझ में आता है। निराश होकर वो शख्स दुनिया से चला गया। इतना निराश की सब शान्त कर लिया। अतुल सुभाष की आत्मा को शांति मिले लेकिन....ये घटना झकझोरती है, रुला देती है AI टेक्निशियन अतुल सुभाष का 24 पन्नो का वो लेटर .... उफ्फ आपकी पता लगता है कि ये महिलाएं कानून का कैसे फायदा उठा रही हैं। कैसे जिंदगियां चीन रही हैं , नर्क बना दे रही है। और बड़ी बात ये है कि पुरुषों पर हो रहे अत्याचार में सिस्टम भी बराबर का भागीदार है। इसलिए हम कह रहे हैं कि ये व्यक्ति के लिए कड़ी धाराओं में केस दर्ज होना चाहिए।
अच्छा हैरानी की बात ये है कि किसी महिला ने ये कदम उठाया हो तो उसके पुरुष मित्र की तुरंत उठा लिया जाएगा। लेकिन अगर पुरुष मित्र ऐसा कदम उठा रहा है और चीख चीख कर सबूत दे रहा है। सामने रख रहा है तो भी कोई आवाज़ नहीं आएगी। औरते के लिए बना ये कानून अदालत में केसों पर मिलने वाली तारीखों पर बहस छिड़ी हुई है। अतुल सुभाष ने शादी इसलिए की थी ताकि जिंदगी आराम से गुजार सके। लेकिन शादी के बाद ऐसे हालात बने कि बीबी के इल्जामों, अदालत के तारीखों में अतुल ऐसे उलझे की सब कुछ खत्म हो गया। जो आखिरी वीडियो उसने बनाया,उसमें कहा कि इसके लिए उसकी पत्नि निखिता, सास निशा, साला अनुराग, ससुर सुशील और जज साहिबा ,ये जिम्मेदार है। ये भी कहा कि मेरे जाने के बाद। मेरे finral में मेरे पत्नी के परिवार वालों का कोई शख्स नहीं आना चाहिए। और मुझे इंसाफ नहीं मिलता है तो मेरी अस्थियां कोर्ट के बाहर गटर में बहा देना। आज लोगों में गुस्सा है लोग रिएक्ट कर रहे हैं, लोग बातें कर रहे हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या कुछ होगा। या दो दिन शोर रहेगा और फिर सब खामोश हो जाएंगे।
चाणक्य की वो बात याद आती हैं मुझे की
व्यक्ति को दुष्ट स्वभाव वाली पत्नी, नीच स्वभाव के दोस्त
जवाब देने वाला नौकर और घर में रहने वाले सांप से बचकर रहना चाहिए।
अतुल सुभाष की भी यही कहानी है 34 साल की उम्र में सबकुछ खत्म शादी के 5 के साल बाद पत्नी और ससुराल पक्ष के लोगों ने ऐसी हालत खड़े कर दिए कि टूट गया वो।
पत्नी ने बच्चे का चेहरा भी देखने नहीं दिया। जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक ने केस सिपटाने के 5 लाख रुपए मांगे। अब बताइए ऐसी में वो व्यक्ति क्या करता? आख़िर रास्ता ही क्या था उसके पास जिसे वो अपनाता और किससे अपना दर्द कहता? बताइए आखिर।